Artificial Intelligence in Hindi ( आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस )
कृत्रिम बुद्धिमत्ता क्या है, अविष्कारक , प्रकार , अनुप्रयोग और फायदे (Artificial Intelligence in hindi, Father of Artificial Intelligence, Types of AI, Applications, Benefits )
आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस जिसे हिंदी में कृत्रिम बुद्धिमत्ता कहा जाता है विज्ञान और प्रौद्योगिकी का अद्भुत आविष्कार है. AI जाने अनजाने हमारी रोज़मर्रा की जिंदगी में अपनी ऐसी पैठ बनाता जा रहा है कि इसपर निर्भरता बढती जा रही है. पृथ्वी पर मानव ही एक ऐसा जीव है जिसे ईश्वर ने सोचने और समझने की शक्ति प्रदान की है किन्तु मानव यह काम भी इस मशीनी युग में मशीन से करवाना चाहता है और यह काम संभव हुआ है आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस की मदद से. जी हाँ आज हम इस लेख में आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस के बारे में सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त करेंगे.
आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस क्या है? [ What is Artificial intelligence?
आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस (AI) मशीनों में मानव बुद्धि के अनुकरण को संदर्भित करता है अर्थात AI को मशीनों का दिमाग कहा जा सकता है, जो मनुष्यों की तरह सोचने व उनकी नकल करने के लिए प्रोग्राम किये जाते है. आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस में डाटा के माध्यम से जानकारी मशीन में सुरक्षित की जाती है और इसी जानकारी के अनुसार वह मशीन काम करती है. मशीन में जितना सही और व्यापक डाटा स्टोर किया जाता है वह उतना ही सटीक परिणाम (Output) प्रदान करती है. AI के लिए मुख्य रूप से पाइथन (Python) प्रोग्रामिंग भाषा का इस्तेमाल किया जाता है. गूगल मैप (Google Map), गूगल असिस्टंट (Google Assistant), एप्पल सीरी (Apple Siri) आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस के जाने-माने उदाहरण है.
आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस के जनक कौन है? [ Who is father of AI? ]
वैसे आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस कोई नया शब्द नहीं है, जब इन्टरनेट नहीं था तब भी लोग इसे किताबों में तलाश रहे थे. सन 1956 में अमेरिका के कंप्यूटर वैज्ञानिक जॉन मैकार्थी द्वारा डार्टमाउथ में इसकी परिकल्पना की गई थी. उनके अनुसार AI को ‘बुद्धिमान मशीन बनाने का विज्ञान और इंजीनियरिंग’ (“the science and engineering of making intelligent machines”) कहा गया था. इसी परिपेक्ष में उन्होंने प्रतीकात्मक गणना में उपयोगी पहली प्रोग्रामिंग भाषा LISP का निर्माण किया था जो आज भी AI के क्षेत्र में प्रमुख रूप से इस्तेमाल की जाती है. मानव स्तरीय AI और सामान्य ज्ञान तर्क उनके दो महत्वपूर्ण योगदान थे. AI के क्षेत्र में उनके इन्हीं अपूर्व योगदान के कारण उन्हें Father of Artificial Intelligence कहा जाता है.
AI के विभिन्न प्रकार क्या है? [ Artificial intelligence types ]
आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस कार्य क्षमता के आधार पर 3 प्रकार की है.
Artificial Narrow Intelligence (ANI) [ संकीर्ण कृत्रिम बुद्धिमत्ता ]
ANI एक ऐसा आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस सिस्टम है जिसमें केवल एक ही प्रकार के कार्य करने के लिए निर्मित व प्रशिक्षित किया जाता है. इसकी कार्य क्षमता सीमित होने कारण इसे संकीर्ण AI (Weak AI) भी कहा जाता है. ANI पूर्ण रूप से मानव की भांति कार्य नहीं कर सकता अपितु उसकी कुछ कार्यो की नक़ल या दोहरा सकता है. एप्पल सीरी (Apple Siri), माइक्रोसॉफ्ट कोरटाना (Microsoft Cortana), अमेज़न अलेक्सा (Amazon Alexa) और टेस्ला जैसी स्वचालित गाड़ियाँ ANI के कुछ चर्चित उदाहरण है.
Artificial General Intelligence (AGI) [ सामान्य कृत्रिम बुद्धिमत्ता ]
AGI को सामान्यतः strong AI या Deep AI के नाम से भी जाना जाता है, यह मूल रूप से मशीनों की काल्पनिक बुद्धिमत्ता है. AGI एक ऐसा आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस सिस्टम है जिसमें मशीनें किसी भी प्रकार की विविध समस्याओं को हल करने के लिए मानव बुद्धिमत्ता को सिखाने और उसे लागु करने की क्षमता के साथ मानव बुद्धि या व्यवहार का अनुकरण या नकल करती है. चूँकि व्यापक ज्ञान होने के कारण प्रदर्शन के सन्दर्भ में AGI सोचने, समझने और कार्य करने के मामले में मानव से बेहतर साबित हुआ है.
स्ट्रोंग AI की कल्पना को अब तक हासिल नहीं क्या जा सका है लेकिन एलोन मस्क के अनुसार 2040 तक इसका लक्ष हासिल कर लिया जाये, जो खुद AI की परियोजना पर काम कर रहे है. Fujitsu-built K अब तक का सबसे शक्तिशाली कंप्यूटर है लेकिन उसे भी एक सेकंड की तंत्रिका गतिविधि (neural activity) करने में 40 मिनट से अधिक समय लग जाता है इसलिए निकट भविष्य में स्ट्रोंग AI निर्मित हो पाए ऐसा संभव नहीं लगता.
Artificial Super Intelligence (ASI) [ श्रेष्ठ कृत्रिम बुद्धिमत्ता ]
ASI की परिकल्पना पूर्ण रूप से काल्पनिक है जिसमे मशीने न केवल मानव बुद्धि व व्यवहार का अनुकरण करेंगी बल्कि वह मानव बुद्धि और व्यावहारिक क्षमता की क्षमता को पार कर स्वतः अपनी बुद्धिमत्ता से निर्णय लेने व कार्य करने की क्षमता विकसित कर लेंगी. हालाँकि मनुष्य की बुद्धिमत्ता सीमित है अतः गणित, कला, विज्ञान, चिकित्सा व जटिल विषयों में सटीक निर्णय प्राप्त करने के लिए ASI का इस्तेमाल व्यापक रूप से किया जा सकता है. साइंस फिक्शन होलीवूड मूवी ट्रांसफार्मर ASI पर आधारित परिकल्पना है.
Machine learning और Deep learning क्या है ?
Machine learning और Deep learning आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस के बृहद रूप के अंतर्गत आता है.
Machine Learning Artificial Intelligence
जैसा की नाम से ही स्पष्ट होता है की Machine Learning में विभिन्न Algorithms का इस्तेमाल कर मशीनों को मनुष्यों की भांति स्वतः कार्य करने और निर्णय लेने की क्षमता का विकास किया जाता है. मशीन लर्निंग मुख्य रूप से डाटा पर निर्भर करता है, जितना अधिक व्यापक डाटा होता है वह उतना ही सटीक उत्पादन (Output) प्रदान होता है. मशीन लर्निंग में सिस्टम को इतना कुशल बना दिया जाता है की अपने पिछले अनुभवों के आधार पर निर्णय ले सके और सुधार कर सके. मशीन लर्निंग अल्गोरिथम 4 प्रकार के होते है.
Supervised Learning : इस अल्गोरिथम में सिस्टम पिछले अनुभवों को नए डाटा में लागु करता है ताकि पिछले उदाहरण का इस्तेमाल करके भविष्य में होनेवाली घटनाओ का अनुमान लगा सके. इसमें मशीन को इनपुट के रूप में विभिन्न उदाहरण और जवाब दिए जाते है इन्ही के जरिये मशीन सीखती है और सही आउटपुट का अनुमान लगाती है.
Unsupervised Learning : इसमें अल्गोरिथम टेस्ट डाटा या रियल डाटा से सीखते है जिसे पहले से चिह्नित नहीं किया होता है, इसी डाटा के आधार पर स्वयं आउटपुट का अनुमान लगते है. यह डाटा में समानताओं की पहचान करता है और डाटा में मौजूद समानता या असमानता के आधार पर आउटपुट देता है.
Semi supervised Learning : यह अल्गोरिथम supervised और Unsupervised Learning के बीच का भाग है, जिसमे चिह्नित और अचिन्हित डाटा का इस्तेमाल प्रशिक्षण के लिए किया जाता है. जो सिस्टम इस अल्गोरिथम का इस्तेमाल करता है व बड़ी ही आसानी से अपनी बौद्धिक क्षमता (Learning ability) में समय समय पर सुधार कर लेता है.
Reinforcement Machine Learning : इसमें सिस्टम क्रियाओं को प्रस्तुत करकर सही आउटपुट का पता लगाता है. इसमें केवल सुरुवात में इनपुट प्रदान किया जाया है और आउटपुट का निर्धारण वह स्वयं करता है. इसमें सिस्टम ट्रायल और एरर के जरिये सिखता है, यह सही आउटपुट को ध्यान में रखकर अगले इनपुट के लिए आउटपुट प्रदान करता है.
Deep Learning Artificial Intelligence
Deep Learning विशिष्ठ प्रकार की मशीन लर्निंग है जो मानव मष्तिस्क के कार्य प्रणाली की कोशिका न्यूरॉन से प्रभावित है. यह आर्टिफीसियल न्यूरल नेटवर्क (Artificial Neural Network) के आधार पर कार्य करती है. Google lens, Facebook face Recognition. Mobile cheque deposits इसके कुछ महत्वपूर्ण उदाहरण है.
AI के अनुप्रयोग क्या है? [ application of AI? ]
- स्वास्थ्य और मेडिकल के क्षेत्र में AI अविश्वसनीय भूमिका निभा रहा है. सटीक तरीके से कैंसर का पता लगाने, घातक रक्त रोगों का निदान करने, दुर्लभ रोगों के उपचार, वर्चुअल हेल्थ असिस्टेंट, मेडिकल रिकॉर्ड का प्रबंधन और नई औषधि के निर्माण जैसे कार्य में AI महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है.
- शतरंज, लूडो, पोकर(Pocker) जैसे खेलो में मानवों के खिलाफ खेलने में AI का इस्तेमाल किया जाता है. यहाँ तक की IBM द्वारा निर्मित Deep Blue नामक कंप्यूटर ने 1996 में तत्कालीन विश्व विजेता गैरी कास्परोव (Garry Kasparov) को भी हरा दिया था.
- गूगल असिस्टंट (Google Assistant), एप्पल सीरी (Apple Siri), अमेज़न अलेक्सा (Amazon Alexa), माइक्रोसॉफ्ट कोरटाना (Microsoft Cortana) जैसे वर्चुअल असिस्टेंट में AI का इस्तेमाल किया जाता है. नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग के जरिये मशीन मानव की भाषा समझकर उनका जवाब देती है.
- Automatic chatbot, Algorithm Trading के जरिये आर्थिक क्षेत्र में AI मदद कर रहा है.
- डाटा सुरक्षित करने और साइबर अटैक से बचने के लिए AI2 और AEGbot जैसे AI का इस्तेमाल किया जा रहा है.
- रोबोटिक तकनीक पूर्ण रूप से AI पर निर्भर करती है. इसकी मदद से अब तक की सबसे बुद्धिमान रोबोट Erica और Sophia बनाया गया है जो मानवों की तरह वार्तालाप और व्यवहार कर सकती है.
- Ecommerce के क्षेत्र में AI का बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किया जा रहा है.
- सैन्य और सुरक्षा के क्षेत्र में विकट परिस्थितियों (जैसे बम निष्क्रिय करने) में मानव जीवन की हानि से बचने के लिए सेना में रोबोट के रूप में AI का इस्तेमाल किया जा रहा है.
आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस की विशेषता (Advantages of AI)
- मानव कमियों और गलतियों को दूर करना और उत्पादकता में वृद्धि
- निष्पक्ष निर्णय लेने की क्षमता
- बिना रूकावट के 24×7 कार्य करने में सक्षम
- सटीक और तेजी से कार्य करने की क्षमता
- जोखिम भरे और विपरीत परिस्थिति में कार्य कर सकना
- बार बार दोहराए जानेवाले कार्य बिना झिझक के कर सकने में सक्षम
आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस की खामियां (Disadvantages of AI)
- AI में मशीनी उपकरणों के इस्तेमाल होने के कारण लागत बहुत ज्यादा लगती है.
- AI उन्हीं कार्यों को कर पाते है जिसके लिए प्रशिक्षित होते है या जितना डाटा होता है उसी के अनुरूप कार्य करते है, वे अपने पिछले अनुभवों से सीखते जरूर है पर मानवों की भांति रचनात्मक नहीं होते.
- AI के कारण बेरोजगारी की समस्या उत्पन्न हुई है.
- AI की वजह से मानव आलसी होता जा रहा है और उसकी मशीनों पर निर्भरता बढती जा रही है.
- AI में नैतिकता और मानवीय भावना का अभाव होता है.
FAQs related to AI.
- AI का फुल्फोर्म क्या है?
Ans: AI का फुल्फोर्म आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस है.
2. Artificial intelligence को हिंदी में क्या कहते है?
Ans: Artificial intelligence को हिंदी में कृत्रिम बुद्धिमत्ता कहते है.
3. क्या AI भविष्य में मानव के लिए खतरनाक है?
Ans: AI मुख्य रूप से उसमें निहित डाटा के माध्यम से काम करता है. गलत डाटा से गलत आउटपुट प्रदान करता है. निकट भविष्य में ऐसा संभव नहीं है क्योंकि इसकी अपनी तर्क शक्ति नहीं होती इसे आदेश की जरूरत पड़ती है.
4. AI के कौन-कौन से उदाहरण है? (Examples of Artificial Intelligence)
Ans: Chatbot, Robots, Face recognition, Google map, Google Assistant, Tesla self-driving car, आदि AI के नामचीन उदाहरण है.
इसे भी पढ़े :
मुद्रा का इतिहास (Evolution of Currency in hindi)
साइंस और टेक्नोलॉजी क्या है. (Science & Technology in hindi)