Science & Technology

Cyber Security In Hindi. (साइबर सिक्यूरिटी क्या है)

Cyber Security In Hindi-साइबर सिक्यूरिटी क्या है? प्रकार, लाभ , युक्तियाँ, और साइबर सिक्यूरिटी के खतरे (What is cyber security? types, importance, tips and cyber security threats)

20वी सदी को कंप्यूटर और टेक्नोलॉजी की सदी यूँ ही नहीं कहा जाता- इस सदी में कंप्यूटर और इन्टरनेट के तकनीकी विकास ने मानो हमारे जीवन के सारे आयाम ही बदल डाले है. आज हमारा सब काम कंप्यूटर, स्मार्टफोन, इन्टरनेट के इर्दगिर्द ही नज़र आता है. ऐसे में हमारी बहुत सी निजी जानकारियां या पर्सनल डाटा कंप्यूटर, मोबाइल फ़ोन, वेब ड्राइव या डाटा सेंटर में सुरक्षित होती है जो इन्टरनेट के माध्यम से उचित सुरक्षा न होने पर चुराई जा सकती है. अतः वर्तमान समय में साइबर सुरक्षा (Cyber Security) एक बहुत बड़ी जरूरत के रूप में उभरकर सामने आई है. तो आइये हम इस लेख के माध्यम से Cyber Security के बारे में विस्तार से जानते है.

Cyber Security in Hindi
Cyber Security in Hindi

साइबर सिक्यूरिटी क्या है? (Cyber Security Introduction)

साइबर सिक्यूरिटी एक ऐसी तकनीक है जिसके द्वारा इन्टरनेट से जुड़े सिस्टम जैसे कंप्यूटर, मोबाइल फ़ोन, सर्वर, नेटवर्क, इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम और डाटा को दुर्भावनापूर्ण हमले से बचाया जाता है. हम इसे दो भागो में बाँट सकते है पहला है साइबर और दूसरा है सिक्यूरिटी. जो कुछ भी इन्टरनेट, नेटवर्क, इन्फार्मेशन, टेक्नोलॉजी, कंप्यूटर, एप्लीकेशन और डाटा से संबंधित है वह साइबर के अंतर्गत आता है जबकि सिक्यूरिटी सुरक्षा से संबंधित है जिसमें सिस्टम सिक्यूरिटी, नेटवर्क सिक्यूरिटी, एप्लीकेशन और इन्फार्मेशन सिक्यूरिटी शामिल है. इसे सूचना प्रौद्योगिकी सुरक्षा या इलेक्ट्रॉनिक सूचना सुरक्षा के रूप में भी जाना जाता है।

साइबर सिक्यूरिटी मजबूत करने के लिए इन्टरनेट के माध्यम से सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर के डाटा को और भी सुरक्षित बनाया जाता है. जिससे किसी भी डाटा की चोरी न हो सके और सभी फाइलें और दस्तावेज सुरक्षित रहें. आज पूरी दुनिया में साइबर अपराध को रोकने के लिए साइबर सुरक्षा की जा रही है.

साइबर सिक्यूरिटी के प्रकार क्या है? ( Types of Cyber Security in Hindi)

साइबर सिक्यूरिटी का दायरा बेहद व्यापक है, क्योंकि इसकी सुरक्षा से जुडी चुनौतियाँ व्यापक है. इसके निम्न प्रकार है.

नेटवर्क सिक्यूरिटी: इसमें हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर की मदद से कंप्यूटर नेटवर्क को आंतरिक और बाह्य रूप से अनधिकृत पहुँच, हमला, व्यवधान, घुसपैठ और दुरुपयोग से बचाया जाता है.

एप्लीकेशन सिक्यूरिटी: इसमें सॉफ्टवेयर और उपकरणों को अनचाहे खतरे से सुरक्षित किया जाता है. यह किसी भी सॉफ्टवेयर या एप्लीकेशन को निरंतर अपडेट कर के किया जाता है. एप्लीकेशन सिक्यूरिटी की सुरुवात सॉफ्टवेयर या एप्लीकेशन के निर्माण के समय और सत्यापन से पहले ही कर दी जाती है जब इसके लिए कॉड लिखे जाते है.

इन्फार्मेशन या डाटा सिक्यूरिटी: जानकारी के संग्रह और पार गमन के दौरान डाटा की अखंडता और गोपनीयता बनाये रखने के लिए सुरक्षा तंत्र का निर्माण करना इसमें शामिल है.

ऑपरेशनल सिक्यूरिटी: इसमें डाटा या जानकारी को सँभालने और उसकी सुरक्षा के लिए पर्याप्त निर्णय और सुरक्षा प्रक्रिया शामिल है.

आइडेंटिटी मैनेजमेंट: यह संगठन के अन्दर डाटा तक व्यक्ति की पहुँच के स्तर को निर्धारित करता है.

मोबाइल सिक्यूरिटी: इसमें मोबाइल उपकरणों जैसे मोबाइल फ़ोन, टैबलेट, लैपटॉप, कंप्यूटर और अन्य उपकरण जिसमें गुप्त और व्यक्तिगत जानकारी संग्रहीत हो उसे अनधिकृत पहुँच, चोरी, हानि पहुँचने और मैलवेयर से बचाना शामिल है.

क्लाउड सिक्यूरिटी: यह AWS, Azure, Google और Microsoft जैसी कंपनियों द्वारा प्रदत्त डिजिटल वातावरण या क्लाउड स्टोरेज में संग्रहीत संगठनात्मक या व्यक्तिगत जानकारी को विभिन्न हानिकारक तत्त्वों से सुरक्षित करता है.

डिजास्टर रिकवरी और बिजनेस कंटीन्यूटी प्लानिंग: यह प्रक्रियाओं, निगरानी, ​​​​अलर्ट और योजनाओं से संबंधित है. जब कोई दुर्भावनापूर्ण गतिविधि संचालन या डाटा के नुकसान का कारण बन रही हो, तब संगठन कैसे प्रतिक्रिया देता है यह सुनिश्चित करता है. इसकी नीतियाँ आपदा से पहले की स्थिति पुनः स्थापित करने में सहायता करती है.

यूजर एजुकेशन: इस प्रक्रिया में उपयोगकर्ता को साइबर सिक्यूरिटी के बारे में और उससे होनेवाले नुकसान के बारे में शिक्षित किया जाता है तथा उपयोगकर्ताओं को संदेहास्पद ई-मेल अटैचमेंट हटाने, अज्ञात USB  ड्राइव में न लगाने के लिए भी शिक्षित किया जाता है.

साइबर सिक्यूरिटी का महत्व क्या है? ( Importance of Cyber Security in Hindi)

आज के डिजिटल युग में हमारे सारे महत्वपूर्ण कार्य कंप्यूटर, मोबाइल, इन्टरनेट, नेटवर्क और सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन के इर्दगिर्द की नजर आते है. सभी महत्वपूर्ण संस्थान जैसे बैंकिंग सिस्टम, वित्तीय संस्थान, हेल्थकेयर सिस्टम, सरकारी दफ्तर, और मैन्युफैक्चरिंग सिस्टम इन्टरनेट तंत्र का उपयोग कर कार्य करते है. इनके सिस्टम में बहुत सी वित्तीय, व्यक्तिगत और  संपत्ति से जुडी जानकारी सुरक्षित होती है जो की गोपनीय होती है. इन जानकारियों तक अनधिकृत पहुँच नकारात्मक सिद्ध हो सकती है. इन जानकारियों की चोरी कर इनका इस्तेमाल ब्लैक-मैलिंग, उगाही , राजनीतिक अथवा सामाजिक नुकसान के लिए किया जा सकता है. अतः इनकी सुरक्षा आवश्यक है, इसलिए साइबर सिक्यूरिटी का महत्व बढ़ जाता है.

साइबर हमला एक वैश्विक समस्या है जो किसी भी संस्थान या देश के लिए आर्थिक खतरा उत्पन्न कर सकती है. इन खतरों से बचने के लिए संवेदनशील जानकारी, दस्तावेज, फाइलें सुरक्षित रखने के लिए एक श्रेष्ठ कोटि की साइबर सिक्यूरिटी का निर्माण और संचालन जरूरी है.

साइबर सिक्यूरिटी में करियर ( Career in Cyber Security in Hindi )

आज की दुनिया पूरी तरह से इंटरनेट पर निर्भर है ऐसे में साइबर क्राइम भी खूब तेजी से बढ़ रहा है. इस क्राइम को कम करने में साइबर सिक्योरिटी अफसरों की मांग बढ़ रही है. साइबर सिक्योरिटी ऑनलाइन अपराध को कम करने की एक शाखा है.  जिसके तहत एथिकल हैकर्स की एक बड़ी टीम आपका डेटा चोरी होने, डेटा डिलीट होने या आपके किसी भी डिवाइस को नुकसान होने से आपको सुरक्षित करते हैं. यदि आप इस क्षेत्र में अपना करियर तलाश रहे है तो इस क्षेत्र में भविष्य बेहद शानदार है.

साइबर के खतरे क्या है? ( Cyber Security Threats )

किसी व्यक्ति या संगठन की दुर्भावनापूर्ण गतिविधि द्वारा जानकारी या डाटा चोरी करना, उसे नष्ट करने का प्रयास करना, नेटवर्क तक अनधिकृत पहुँच प्राप्त कर बाधा पहुँचाना साइबर सिक्यूरिटी के खतरे को परिभाषित करता है. इसके निम्न प्रकार है.

Cyber Security Threats

मैलवेयर

मैलवेयर एक दोषपूर्ण सॉफ्टवेयर होता है. यह सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाने वाला तरीका है. इसे सिस्टम में ई-मेल या किसी सॉफ्टवेयर के द्वारा भेजा जाता है. इसका इस्तेमाल साइबर अपराधी या हैकर वित्तीय उगाही व राजनीतिक उद्देश्य से हानि पहुंचाने के लिए करते है. साइबर अपराधियों ने निम्न प्रकार के मैलवेयर का निर्माण किया है.

वायरस: (Virus – most common threat for Cyber Security in Hindi)

वायरस सबसे सामान्य cyber security threat है. यह कोडिंग से तैयार किया हुआ प्रोग्राम होता है जो एक डिवाइस से दुसरे डिवाइस तथा एक फाइल से दूसरी फाइल के माध्यम से सम्पूर्ण सिस्टम में फ़ैल जाता है और उसे संक्रमित कर डाटा चोरी कर सकता है और डिवाइस को नुकसान पहुंचा सकता है.

स्पाईवेयर:

यह एक सॉफ्टवेयर होता है जो उपयोगकर्ता की सिस्टम में की गई हर गतिविधि को रिकार्ड करता है और उसका गलत इस्तेमाल करता है. जैसे क्रेडिट या डेबिट कार्ड की जानकारी.

ट्रोजन:

ट्रोजन एक मैलवेयर या कोड होता है जो खुद को उपयोगी फाइल की तरह दर्शाता है और हमें बेवकूफ बनाकर सिस्टम में इंस्टाल कराता है. इसका प्राथमिक उद्देश्य जानकारी चुराना और सिस्टम को दूषित करना है.

रैंसमवेयर:

यह मैलवेयर उपयोगकर्ता के डाटा को एन्क्रिप्ट या लॉक कर देता है और फिर साइबर अपराधी द्वारा फिरौती की मांग की जाती है और डाटा मिटाने की धमकी दी जाती है जब तक उसकी मांग पूरी नहीं की जाती.

एडवेयर:

यह विज्ञापन सॉफ्टवेयर होता है जो की मैलवेयर फैलाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. इसके द्वारा पैसे कमाने के लिए ब्राउज़र पर विज्ञापन दिखाया जाता है.

बोटनेट्स:

यह मैलवेयर से संक्रमित कंप्यूटर का नेटवर्क होता है जिसका उपयोग साइबर अपराधी को उपयोगकर्ता की अनुमति के बिना डाटा चोरी करने और सिस्टम को हानि पहुंचाने के लिए करते है.

फिशिंग

फिशिंग एक तरह का साइबर अपराध है जिसमें किसी प्रकार का लालच देकर फसाया जाता है. इसमें ई-मेल या SMS द्वारा लिंक भेजा जाता है और उसपर क्लिक करने के लिए उकसाया जाता है. लिंक पर क्लिक करते ही मैलवेयर इंस्टाल हो जाता है या दोषयुक्त वेबसाइट पर निर्देशित कर दिया जाता है और उसके द्वारा उपयोगकर्ता का व्यक्तिगत डाटा , बैंकीय जानकारी , पासवर्ड, क्रेडिट या डेबिट कार्ड पिन चोरी कर लिया जाता है तथा इसके द्वारा उपकरण को अपने नियंत्रण में भी किया जा सकता है.

SQL इंजेक्शन

SQL इंजेक्शन सामान्य हमला है. इसके द्वारा साइबर अपराधी दोषयुक्त SQL स्क्रिप्ट के बैकएंड डाटा में फेरबदल कर संवेदनशील जानकारी तक पहुंचाने की कोशिश करता है. इसके माध्यम से अपराधी SQL सर्वर में सुरक्षित यूजर या उपभोक्ता के डाटा को चुराकर अपने फायदे के लिए इस्तेमाल करता है और इसे नष्ट भी कर सकता है.

मैन इन द मिडिल अटैक (MIMT)

इस तरह के साइबर अटैक में अपराधी खुद को दो लोगों के बातचीत या डाटा ट्रान्सफर के बीच प्रस्तुत करता है और वास्तविक प्रतिभागी के रूप में दर्शाता है और संवेदनशील जानकारी प्राप्त कर लेता है. असुरक्षित वाईफाई (WiFi) नेटवर्क के जरिये इसे अंजाम दिया जाता है.

डिनायल ऑफ़ सर्विस अटैक

इस प्रकार के साइबर सिक्यूरिटी अटैक में साइबर अपराधी सर्वर या नेटवर्क को ट्रैफिक से भर देता है और जरूरी अनुरोधों को पुरा करने से रोकता है. इसमें कई IP पतों से अनुरोध आते है जो सिस्टम को अनुपयोगी बना देते है.

डोमेन नेम सिस्टम (DNS) अटैक

इसमें साइबर अपराधी DNS की कमियों का इस्तेमाल कर यूजर को दूषित वेबसाइट पर री-डायरेक्ट कर डाटा चुराता है. यह एक सर्वर साइबर सिक्यूरिटी जोखिम है.

रोमांस स्कैम अटैक (New Cyber Security Threats)

इसमें डेटिंग साईट, चैट रूम और इस प्रकार के अन्य एप्लीकेशन पर नए पार्टनर (साथी) की तलाश करनेवालों को धोखा देकर व्यक्तिगत डाटा चुराकर खतरा पैदा किया जाता है.

साइबर सिक्यूरिटी के लाभ ( Benefits of Cyber Security in Hindi )

  1. साइबर हमलों से बचाव होता है.
  2. अनधिकृत पहुँच से बचाव होता है.
  3. डाटा और नेटवर्क की सुरक्षा होती है.
  4. सिस्टम में निहित जानकारी और डाटा सुरक्षित रहता है.
  5. वित्तीय लेनदेन सुरक्षित रहता है.

साइबर सुरक्षा की युक्तियाँ ( Cyber safety Tips )

  1. संगठन को अपने कर्मचारियों को साइबर सिक्यूरिटी, अपनी नीतियों और सुरक्षा सेंध के बारे में नियमित प्रशिक्षण देना चाहिए ताकि साइबर अटैक से बचा जा सके.
  2. नियमित रूप से अपने ऑपरेटिंग सिस्टम और एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर को अपडेट करना चाहिए ताकि नवीनतम सुरक्षा पैंच का लाभ प्राप्त हो सके.
  3. सिस्टम में अपडेटेड एंटीवायरस होने से साइबर अटैक से बचा जा सकता है.
  4. विशिष्ट संयोजन से उक्त मजबूत पासवर्ड का इस्तेमाल करना चाहिए.
  5. अज्ञात मेल या SMS लिंक पर क्लिक करने से बचना चाहिए.
  6. साइबर सुरक्षा की दृष्टि से सार्वजनिक WIFI नेटवर्क का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.
  7. सभी संगठन को नियमित रूप से अपने डाटा का बैकअप जरूर लेना चाहिए.

सारांश

इस लेख में हमने जाना की नेटवर्क या इन्टरनेट से जुड़े यंत्रों के डाटा को सुरक्षित रखने की प्रक्रिया को साइबर सिक्यूरिटी (Cyber Security)कहते है. सामाजिक, राजनीतिक, और आर्थिक नुकसान और ब्लैक मेल से बचने के लिए साइबर सिक्यूरिटी अत्यंत आवश्यक है. इस क्षेत्र में करियर का भविष्य बेहद शानदार है. साइबर सिक्यूरिटी के प्रकार, उसके खतरे, लाभ और उक्तियो को भी विस्तार से जाना.

इसे भी जानें:

Evolution of 5G technology in hindi.(5G तकनीक और विकास)

साइबर सिक्योरिटी में बनाएं करियर, योग्यता से सैलरी तक जानें सबकुछ 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *