Dr. APJ Abdul Kalam Biography in Hindi 2023 – An Ideal for Youth
Dr. APJ Abdul Kalam Biography in Hindi-डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की जीवनी , शिक्षा, करियर, जीवन परिचय, पुरस्कार, उक्तियाँ, किताबें
Dr. APJ Abdul Kalam Biography in Hindi– भारत के मिसाइल मैन के नाम से विख्यात भारत के 11 वे राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम को शायद ही कोई नहीं जनता हो. APJ Abdul Kalam का पूरा नाम अवुल पकिर जैनुलाब्दीन अब्दुल कलाम है. अब्दुल कलाम के नेतृत्व में भारत ने कई आधुनिक मिसाइलों के निर्माण की नींव रखी और सफलता पाई, इसीलिए उन्हें मिसाइल मैन ऑफ़ इंडिया भी कहा जाता है. अब्दुल कलाम का जन्म 15 अक्टूबर 1931 को रामेश्वरम के पास धनुषकोड़ी गाँव में हुआ था. उनकी मृत्यु 27 जुलाई 2015 को कार्डिएक अरेस्ट से शिलांग में एक व्याख्यान देते समय हुई.
भारत सदियों से ही वैश्विक पटल पर ज्ञान और वैभव का केंद्र बिंदु रहा है. इसकी सांस्कृतिक सभ्यता और वैभवशाली विरासत के चलते कई विदेशी आक्रान्ताओं की आँखों यह खटकता रहा और कई देश इसे लूटकर संपन्न भी हो गये. यही सिलसिला आजादी के बाद भी चलता रहा जब पाकिस्तान और चीन जैसे पड़ोसी मुल्कों से सीमा विवाद के चलते युद्ध का सामना करना पड़ा. द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद परमाणु शक्ति ही शक्तिशाली होने का प्रमाण बन गई और इस क्षेत्र में आगे निकलने की विश्व के तमाम देशों में होड़ लग गई. भारत को भी शक्ति संपन्न होने की आवश्यकता थी किसी को डराने या धमकाने के लिए नहीं अपितु अपनी सुरक्षा के लिए.
भारत को विश्व पटल पर परमाणु शक्ति के रूप में शक्तिशाली देश के तौर पर स्थापित करने, DRDO द्वारा अग्नि , पृथ्वी , त्रिशूल जैसी बैलेस्टिक मिसाइल का निर्माण करने और अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र ISRO के विकास में प्रमुख भूमिका निभाई भारत रत्न पूर्व राष्ट्रपति Dr. APJ Abdul Kalam ने. यहाँ हम Dr. APJ Abdul Kalam in Hind की विस्तृत जानकारी प्राप्त करेंगे.
Brief Intro of Dr. APJ Abdul Kalam in Hindi
नाम | APJ Abdul Kalam |
---|---|
पूरा नाम (Abdul Kalam full name) | अवुल पकिर जैनुलाब्दीन अब्दुल कलाम (डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम) |
जन्म (Date of Birth) | 15 अक्टूबर 1931 |
जन्म स्थान (Birth Place) | धनुषकोड़ी, रामेश्वरम, तमिलनाडु, भारत |
पिता का नाम (Father’s Name) | जैनुलाब्दीन |
माता का नाम (Mother’s Name) | असीम्मा |
पत्नी (Wife) | नहीं है (शादी नहीं की) |
व्यवसाय | इंजीनियर, वैज्ञानिक, लेखक, प्रोफेसर, राजनीतिज्ञ |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
निधन | 27 जुलाई 2015, शिलांग, मेघालय, भारत |
राष्ट्रपति का कार्यकाल | 25 जुलाई 2002 से 25 जुलाई 2007 तक |
एपीजे अब्दुल कलाम का प्रारंभिक जीवन (Early life of Kalam)
डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम का पूरा नाम अवुल पकिर जैनुलाब्दीन कलाम है. उनका जन्म 15 अक्टूबर 1931 को तमिलनाडु राज्य के रामनाथपुरम जिले के रामेश्वरम द्वीप पर धनुषकोड़ी गाँव में एक सामान्य तमिल मुस्लिम परिवार में हुआ था. उनकी प्रारंभिक शिक्षा और लालन पालन रामेश्वरम में संपन्न हुआ. इनके पिता जैनुलाब्दीन कलाम पेशे से एक नाविक थे, जो हिन्दू तीर्थ यात्रियों को रामेश्वरम और धनुषकोड़ी तक लाने ले जाने के अलावा नवों को किराये पर देने और बेचने का भी काम किया करते थे. कलाम के पिता स्वयं शिक्षित नहीं थे, किन्तु अपने सभी बच्चों को उच्च शिक्षा देना में उन्होंने कोई कसर नहीं छोड़ी. इनकी माता का नाम असीम्मा था, जो एक गृहिणी थी।
अब्दुल कलाम का परिवार बड़ा था. वे चार भाई और एक बहन में सबसे छोटे थे. अब्दुल कलाम के परिवार की आर्थिक स्थिति शुरू से ही ठीक नहीं थी. अतः परिवार की आर्थिक मदद के लिए बालक कलाम ने पढाई के बाद अखबार बेचने जैसे छोटे मोटे काम बचपन से ही करना शुरू कर दिया था। पढ़ाई में वे सामान्य थे परन्तु नई चीजों को सीखने में उन्हें अत्यंत रुचि थी. गणित उनका पसंदीदा विषय था.
अब्दुल कलाम प्रारंभिक शिक्षा ( Dr. APJ Abdul Kalam Education )
Dr APJ Abdul Kalam शिक्षा में भले ही सामान्य थे किन्तु अपने रुचि गत विषयों का घंटों अध्ययन किया करते थे विशेषतः गणित का. कलाम ने अपनी मैट्रिक तक की शिक्षा Schwartz Higher Secondary School रामनाथपुरम से संपन्न की. अपने स्कूल के दिनों में अब्दुल कलाम जी अयादुरै सोलोमन से काफी प्रभावित हुए जोकि इनके शिक्षक थे. उसके पश्चात उन्होंने 1954 में मद्रास विश्वविद्यालय के St. Joseph’s College तिरुचिरापल्ली से भौतिक शास्त्र में स्नातक की उपाधि अर्जित करने के बाद 1955 में Madras Institute of Technology से Aerospace Engineering में शिक्षा के लिए मद्रास आ गए.
इसी दौरान कहा जाता है की एक बार Low level attack aircraft के प्रोजेक्ट पर काम करते समय इंस्टिट्यूट के डीन उनके काम की प्रगति और डिजाईन से असंतुष्ट थे और उन्हें प्रोजेक्ट तीन दिन में पूरा न करने पर उनकी छात्रवृति वापस लेने तक की धमकी दे डाली थी किन्तु डीन की आशा के विपरीत कलाम ने वह प्रोजेक्ट समय पर पूरा कर दिखाया और उन्हें प्रभावित किया. बड़े छोटे अंतर से कलाम का फाइटर पायलट बनाने का सपना अधुरा रह गया, क्योंकि Indian Air Force में केवल आठ ही सीटें थी और कलाम को नौवाँ स्थान प्राप्त हुआ था.
अब्दुल कलाम का वैज्ञानिक सफ़र (Scientist Dr APJ Abdul Kalam)
1960 में Madras Institute of Technology से शिक्षा संपन्न करने के बाद Dr APJ Abdul Kalam रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (Defense Research and Development Organization) (DRDO) से जुड़ गए. जहाँ उन्होंने Hovercraft डिजाइन करने से अपने वैज्ञानिक जीवन की सुरुवात की. किन्तु वहां वे अपने काम से संतुष्ट नहीं थे. H.G.H. Murthy के द्वारा Indian Space Research Organization (ISRO) में चुने जाने से पहले कलाम ने विक्रम साराभाई के नेतृत्व में Indian National Committee for Space Research (INCOSPAR) में भी कुछ समय काम किया था.
1969 में कलाम को भारतीय Satellite Launch Vehicle (SLV-lll) के लिए प्रोजेक्ट डायरेक्टर के रूप में नियुक्त किया गया. उनकी अगुआई में 1980 में भारत ने रोहिणी सॅटॅलाइट को पृथ्वी की कक्षा में भेजने में सफलता पाई. 1970 से 1990 के बीच Polar Satellite Launch Vehicle (PSLV) और SLV-III के सफल निर्माण में कलाम के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता. इनके इस योगदान को सॅटॅलाइट और अंतरिक्ष के क्षेत्र में भारत की उन्नति का आधार माना जा सकता है. 1980 के दशक में Project Devil और Project Valiant के लिए इंदिरा गाँधी द्वारा गुप्त फण्ड हासिल करने में भी कलाम का ही हाथ रहा. आगे चलकर कलाम ने अग्नि और पृथ्वी मिसाइल के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
कलाम के अपूर्व योगदान के चलते 1992 से 1999 तक वे प्रधानमंत्री और DRDO सचिव के लिए मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार के तौर पर कार्यरत रहे. इस बीच कलाम ने Pokhran-ll नुक्लिअर टेस्ट करने का इतिहास रचने में गहन राजनीतिक और तकनीकी भूमिका निभाई. परीक्षण के दौरान कलाम ने राजगोपाला चिदंबरम के साथ मुख्य परियोजना समन्वयक के तौर पर काम किया. इस समय मीडिया कवरेज ने कलाम को भारत का सबसे प्रसिद्ध परमाणु वैज्ञानिक की श्रेणी में ला दिया.
अंतरिक्ष अनुसंधान, मिसाइल निर्माण और भारत को परमाणु शक्ति बनाने के अतिरिक्त कलाम ने स्वस्थ क्षेत्र में भी सराहनीय कार्य किया. उन्होंने 1998 कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. सोमा राजू के साथ मिलकर कम मूल्य का Coronary Stent का विकास किया, जिसे कलाम-राजू स्टंट नाम दिया गया. इनकी जोड़ी ने पुनः एक बार 2012 में कलाम-राजू टेबल नामक ग्रामीण स्वस्थ विभाग में इस्तेमाल के लिए कंप्यूटर टेबल का भी निर्माण किया.
राष्ट्रपति के रूप में राजनीतिक जीवन (President Dr APJ Abdul Kalam)
Dr APJ Abdul Kalam के राजनीतिक जीवन की सुरुवात भारत के 11 वे राष्ट्रपति बनाने से होती है. वैसे डॉ. कलाम का झुकाव किसी भी राजनीतिक पार्टी की ओर नहीं था अपितु उन्हें तत्कालीन राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन (NDA) की सरकार द्वारा राष्ट्रपति पद के लिए मनोनीत किया गया. उनका राष्ट्रपति के रूप में कार्यकाल 25 जुलाई 2002 से 25 जुलाई 2007 तक रहा. कलाम डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन और जाकिर हुसैन के बाद तीसरे ऐसे राष्ट्रपति थे जिन्हें सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारतरत्न से सम्मानित किया गया था.
राष्ट्रपति रहते कलाम ने कई महत्वपूर्ण निर्णयों को अंजाम दिया. Office of Profit Bill पास करने के कारण कलाम को Peoples President भी कहा जाने लगा. इसके विपरीत उन्हें सौपी गई अपराधियों की दया याचिका के प्रति निष्क्रियता (20 में से केवल एक पर निर्णय) के कारण आलोचना भी झेलनी पड़ी. बलात्कारी धनंजय चटर्जी और आतंकी अफजल गुरु की फांसी उनके कार्यकाल की प्रमुख घटना है. 2005 में बिहार में राष्ट्रपति शासन लगाने जैसा विवादास्पद निर्णय भी कलाम जैसा साहसी व्यक्ति ही ले सकता है. कलाम के राष्ट्रपति के रूप में दूसरा कार्यकाल न करने के निर्णय के साथ 25 जुलाई 2007 को उनका कार्यकाल समाप्त हो गया.
राष्ट्रपति पद से निवृत्ति के बाद भी कलाम रुके नहीं उन्होंने अपनी देश के प्रति और समाज के प्रति सेवा जारी राखी. उन्होंने कई प्रतिष्ठित अनुसंधान केन्द्रों, प्रबंधन संस्थानों, प्रौद्योगिक संस्थानों और विश्वविद्यालयों में विजिटिंग प्रोफेसर के रूप में कार्य किया.
डॉ. कलाम का निजी जीवन (Personal life of APJ Abdul Kalam)
कलाम पांच भाई बहनों में सबसे छोटे थे. जिनमें से सबसे बड़ी एक बहन असीम ज़ोहरा थी, उसके बाद तीन बड़े भाई मोहम्मद मुथु मीरा लेब्बाई माराइकयार, मुस्तफा कलाम और कासिम मोहम्मद थे. वे अपने भाई बहनों के बेहद करीब थे और अकसर उनकी आर्थिक मदद किया करते थे. कलाम ने विवाह नहीं किया वे आजीवन अविवाहित ही रहे. कलाम ने हमेशा से एक सामान्य और सत्यनिष्ठ जीवन जिया. उनकी मृत्यु के पश्चात कुछ किताबें, एक वीणा, कुछ वस्त्र, एक सीडी प्लेयर और एक लैपटॉप उनकी निजी संपत्ति के रूप में प्राप्त हुआ. वसीयत न होने के कारण उनकी संपत्ति उनके बड़े भाई को प्राप्त हो गई जो उनके परिवार के इकलौते जीवित व्यक्ति थे.
अब्दुल कलाम को मिले पुरस्कारों और सम्मान (Award and Honour of APJ Abdul Kalam)
एपीजे अब्दुल कलाम को विश्व की अनेको प्रतिष्ठित शिक्षा संस्थानों, विश्वविद्यालयों, अनुसंधानों संस्थानों और देशों से अनगिनत उपाधियाँ, पुरस्कार प्राप्त हुए. उनमें से महत्वपूर्ण पुरस्कारों और सम्मानों की सूची निम्न प्रकार है.
Dr. APJ Abdul Kalam मानद उपाधियाँ (Honorary Degree)
वर्ष | मानद उपाधि | संसथान |
---|---|---|
1994 | डिस्टिंगुइशड फेलो | इंस्टिट्यूट ऑफ़ डायरेक्टर्स, इंडिया |
1995 | आनरेरी फेलो | नेशनल अकैडमी ऑफ़ मेडिकल साइंसेज |
2007 | डॉक्टरेट ऑफ़ साइंस मानद उपाधि | यूनिवर्सिटी ऑफ़ वोल्वरहैम्पटन, UK |
2007 | किंग चार्ल्स II मैडल | UK |
2008 | डॉक्टर ऑफ़ इंजीनियरिंग मानद उपाधि | नानयांग टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी, सिंगापुर |
2009 | इंटरनेशनल वोन करमान विंग्स अवार्ड | कैलिफ़ोर्निया इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, USA |
2009 | हुवर मैडल | अमेरिकन सोसाइटी ऑफ़ मैकेनिकल इंजीनीयर्स , USA, |
2010 | डॉक्टर ऑफ़ इंजीनियरिंग | यूनिवर्सिटी ऑफ़ वॉटरलू , कनाडा |
2011 | IEEE मानद सदस्यता | इंस्टिट्यूट ऑफ़ इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनीयर्स, USA |
2012 | डॉक्टर ऑफ़ लॉ मानद उपाधि | साइमन फरासर यूनिवर्सिटी , कनाडा |
2014 | डॉक्टर ऑफ़ साइंस मानद उपाधि | यूनिवर्सिटी ऑफ़ एडिनबर्घ , स्कॉटलैंड |
एपीजे अब्दुल कलाम को प्राप्त पुरस्कार (Award -APJ Abdul Kalam Biography in Hindi)
- 1981: पद्म भूषण – भारत सरकार
- 1990: पद्म विभूषण – भारत सरकार
- 1997: भारत रत्न – भारत सरकार
- 1997: राष्ट्रीय एकता के लिए इंदिरा गांधी पुरस्कार – भारत सरकार
- 1998: वीर सावरकर पुरस्कार – भारत सरकार
- 2000: SASTRA रामानुजन पुरस्कार – शनमुघा कला, विज्ञान, प्रौद्योगिकी और अनुसंधान अकादमी, भारत
- 2013: वॉन ब्रौन अवार्ड – नेशनल स्पेस सोसाइटी
एपीजे अब्दुल कलाम को प्राप्त सम्मान (Honors)
- संयुक्त राष्ट्र ने उनके जन्मदिन 15 अक्टूबर को विश्व छात्र दिवस के रूप में घोषित किया है.
- तमिलनाडु सरकार ने उनके नाम पर डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम पुरस्कार दिए जाने की घोषणा की है.
- 4 सितंबर 2015 को, भारतीय राज्य उड़ीसा के तट के पास राष्ट्रिय मिसाइल टेस्ट खेत्र व्हीलर द्वीप का नाम बदलकर अब्दुल कलाम द्वीप कर दिया गया है.
- दिल्ली के औरंगजेब रोड का नाम बदल कर डॉ एपीजे अब्दुल कलाम रोड कर दिया गया है.
अब्दुल कलाम द्वारा लिखी पुस्तकें (APJ Abdul Kalam Books)
अब्दुल कलाम जी ने अपने विचारों की प्रस्तुति अपने द्वारा कई किताबों के माध्यम से की है. इन किताबों को विदेशी भाषाओं और भारत के कई अन्य भाषाओं में अनुवादित किया गया है। उनके जीवन और विचारों को आधार बनाकर भी कई किताबे लिखी जा चुकी है. वे किताबें इस प्रकार है:
- इंडिया 2020: ऐ विज़न फॉर द न्यू मिलेनियम
- गाइडिंग सोल्स : डायलॉग्स ओन द पर्पज ऑफ़ लाइफ
- विंग्स ऑफ़ फायर: एन ऑटोबायोग्राफी
- माय जर्नी : ट्रांस्फोर्मिंग ड्रीम्स इनटू एक्शनस
- बियॉन्ड 2020: ए विज़न फॉर टुमारो इंडिया
- फोर्ज योर फ्यूचर: कैंडिड , फोर्थराईट, इंस्पाइरिंग
- ट्रांस्सदेंस माय स्पिरिचुअल एक्सपीरियंसेस
- इग्नाइटेड माइंडस: अन्लेशिंग द पॉवर विथिन इंडिया
- द लुमिनस स्पार्क्स: ए बायोग्राफी इनवर्स एंड कलर्स
- फेलियर टू सक्सेस: लेजेंडरी लिव्स
- टर्निंग पॉइंट्स: ए जर्नी थ्रू चैलेंजस
- मिशन ऑफ़ इंडिया: ए विज़न ऑफ़ इंडिया यूथ
- द फैमिली एंड द नेशन
- द गाइडिंग लाइट: ए सिलेक्शन ऑफ़ कोटेशन फ्रॉम माई फेवरिट बुक्स
- इन्डोमिटेवल स्पिरिट
- इन्स्पिरिंग थॉट्स: कोटेशन क्यूटेशन सीरीज
- स्पिरिट ऑफ़ इंडिया
- टारगेट 3 बिलियन
- यू आर बोर्न टू ब्लॉसम: टेक माय जर्नी बियॉन्ड
- यू आर यूनिक: स्केल न्यू हाइट्स बाए थॉट्स एंड एक्शनस
- द साइंटिफिक इंडिया: ए ट्वेंटी फर्स्ट सेंचुरी गाइड टू द वर्ल्ड अराउंड अस
- गवर्नेंस फॉर ग्रोथ इन इंडिया
- थॉट्स फॉर चेंज: वी कैन डू इट
- मैनिफेस्टो फॉर चेंज
- री-इग्नाइटेड: साइंटिफिक पाथवेस टू ए ब्राईटर फ्यूचर
अब्दुल कलाम का निधन (APJ Abdul Kalam death)
27 जुलाई 2015 को डॉ कलाम 84 साल के उम्र में भारतीय प्रबंधन संस्थान (IIM) शिलांग में “Creating a Livable Planet Earth” विषय पर व्याख्यान दे रहे थे की शाम के करीब 6:35 बजे अचानक वे अचेत गिर पड़े. उन्हें गंभीर अवस्था में पास के बेथानी अस्पताल में ले जाया गया जहां दो घंटे के बाद उनकी मृत्यु हो गयी। 30 जुलाई 2015 को उनके पैतृक गांव रामेश्वरम के पास उनका अंतिम संस्कार हुआ। उनके अंतिम अनुष्ठान के समय कम से कम 3,50,000 लोग शामिल थे। जिसमें भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी, तमिलनाडु के राज्यपाल, कर्नाटक केरल और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री आदि लोग शामिल थे।
इस प्रकार भारत का एक महान वैज्ञानिक, कुशल वक्ता, प्रोफेसर, विचारक जिसने भारत को नई ऊंचाई पर पहुँचने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई पंचतत्व में विलीन हो गया. डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम केवल भारत के ही नहीं अपितु सारे संसार के लिए एक प्रेरणा स्रोत थे और रहेंगे. उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता.
डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की उक्तियाँ. (APJ Abdul Kalam Quotes)
केवल वही व्यक्ति नए समुद्र की खोज कर सकता है, जिसमें तट को ओझल होते देखने का साहस हो.
साहस सभी सद्गुणों में सबसे महत्वपूर्ण है क्योंकि साहस के बिना आप किसी अन्य गुण का लगातार अभ्यास नहीं कर सकते.
किसी भी सफलता को प्राप्त करने के लिए आपको सबसे पहले अपनी इंद्रियों पर नियंत्रण करना होगा और जब इसे दूरदर्शिता के साथ जोड़ दिया जाए तो आप किसी भी लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं.
जब मैं युवाओं से ऊंचे सपने देखने का आह्वान करता हूं तो मैं उनमें एक दृष्टि का आह्वान कर रहा हूं. जैसा सपना देखोगे वैसा ही बनोगे.
कुछ बड़ा होने का इंतजार न करें, जो संसाधन आपके पास है उन्हीं से और आप जैसी परिस्थिति में है वही से सुरुवात करें.
अपने अन्दर की खूबियों की तलाश करें और उसपर खुद का निर्माण करें. आपको किसी और का द्वितीय श्रेणी संस्करण होने के बजाय स्वयं का प्रथम श्रेणी संस्करण होना चाहिए.
जब तक भारत दुनिया के सामने खड़ा नहीं होता, तब तक कोई हमारी इज्जत नहीं करेगा. इस दुनिया में डर का कोई स्थान नहीं है, केवल ताकत का सम्मान है.
जीवन विभिन्न कारकों के समन्वय से निर्मित बहुत ही जटिल क्रिया है. इनसे मुकाबला करने के लिए इसमें निहित जोखिमों को स्वीकार करना होगा और आगे बढ़ते रहना होगा.
स्वयं और अन्य के बीच भेदभाव की भावना भ्रम है. महिलाओं को हीन मानना भ्रम की सबसे खराब अवस्था है.
साहस वह करने के बारे में है जिसे आप करने से डरते हैं. जिसे डर नहीं लगता वह मूर्ख है और जो डर को अपने ऊपर हावी होने देता है वह वास्तव में कायर है. हमारे पास प्रतिक्रिया करने के बजाय कार्य करने का साहस होना चाहिए.
एपीजे अब्दुल कलाम पर आधारित FAQs
- APJ Abdul Kalam का पूरा नाम क्या है ?
APJ Abdul Kalam का पूरा नाम डॉ. अबुल पाकिर जैनुलाब्दीन अब्दुल कलाम है.
- अब्दुल कलाम का जन्म कहाँ हुआ था ?
एपीजे अब्दुल कलाम का जन्म धनुषकोडी गाँव, रामेश्वरम, तमिलनाडु, भारत में 15 अक्टूबर 1931 को हुआ था।
- किन तीन राष्ट्रपतियों को भारत रत्न से सम्मानित किया गया है?
एपीजे अब्दुल कलाम, डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन और जाकिर हुसैन भारतरत्न प्राप्त राष्ट्रपति है.
- Abdul Kalam जी भारत के कौनसे राष्ट्रपति थे ?
एपीजे अब्दुल कलाम को वर्ष 2002 में भारत के 11 वें राष्ट्रपति के रूप में चुना गया था.
- विश्व क्षात्र दिवस कब मनाया जाता है?
डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के जन्मदिन 15 अक्टूबर को विश्व छात्र दिवस के रूप में मनाया जाता है ।
- कलाम ने कौन-कौन सी मिसाइलों का निर्माण किया था?
कलाम ने पृथ्वी, अग्नि, त्रिशूल, नाग व आकाश नामक मिसाइलें बनाई थीं.
- कलाम ने परमाणु परिक्षण कब और कहाँ किया था?
कलाम ने 13 मई 1998 में पोखरण में भारतीय सेना के ठिकाने पर परमाणु परिक्षण किया था.
- भारत में अब्दुल कलाम को किस नाम से जाना जाता है?
कलाम को मिसाइल मैन ऑफ़ इंडिया कहा जाता है.
यह भी पढ़े.