Biography

Steve Jobs Unforgettable Biography in Hindi 2023

Steve Jobs Biography in Hindi, Childhood, Education, Career (Apple, NeXT, Pixar), Personal life, Death, Quotes, Awards, Interesting facts. स्टीव जॉब्स की जीवनी, बचपन, शिक्षा, करियर, व्यक्तिगत जीवन, मृत्यु, अनमोल वचन, रोचक तथ्य

Steve Jobs in Hindi – Apple नाम सुनते ही आपके दिमाग में दो ही चीजें चित्रित होती हैं और उनमें से एक है सर्वोत्तम गुणवत्ता युक्त कंप्यूटर और मोबाइल उपकरण निर्माता कंपनी Apple के iPhone, iPod, iPad, Apple Watch, iOS इत्यादि. Apple आज केवल उत्पादन प्रदाता ही नहीं बल्कि एक स्टेटस सिम्बल बन चुकी है. इसे इस ऊंचाई तक पहुँचाने में भले ही कई लोगों का योगदान रहा है. लेकिन इसका सबसे बड़ा श्रेय इसकी नींव रखने वाले अद्भुत प्रतिभा के धनी व्यक्तित्व Steve Jobs को जाता है.

स्टीव जॉब्स का जीवन संघर्षशील और प्रेरणा युक्त रहा है. स्टीव जॉब्स एक अमेरिकी उद्यमी, आईटी उद्योग के संस्थापक थे. उन्होंने एप्पल कंपनी की स्थापना की थी जो आईपैड, आईफोन, आईपॉड जैसे उत्पादों की प्रमुख निर्माता है. उन्होंने दुनिया में कंप्यूटर और मोबाइल उपकरणों के क्षेत्र में एक नया रुझान निर्मित किया जो लोगों के जीवन को सुविधाजनक बनाने में मददगार सिद्ध हुआ है. आइये हम स्टीव जॉब्स के प्रेरक जीवनी पर विस्तार से प्रकाश डालते है.

स्टीव जॉब्स का परिचय ( Steve Jobs Biography In Hindi )

नाम (Name) स्टीव जॉब्स (Steve Jobs)
पूरा नाम (Full name)स्टीव पॉल जॉब्स (Steve Paul Jobs
जन्म (Birth)24 फरवरी 1955, सैन फ्रांसिस्को शहर, कैलिफोर्निया, अमेरिका
दत्तक-माता (Adoptive mother)क्लारा जॉब्स (Clara Jobs)
दत्तकपिता (Adoptive father)पोल जॉब्स (Paul Jobs)
जैविक माता (Biological mother)जोआन शिबल (Joanne Schieble)
जैविक पिता (Biological father)अब्दुलफतह जंदाली (Abdulfattah Jandali)
बहन (Sister)मोना सिंपसन
पत्नी (Wife)लोरेन पॉवेल (1991 में शादी)
साथी (Partner)क्रिशन्न ब्रेनन
पुत्र (Son)रीड जॉब्स
पुत्री (Daughter)लिसा ब्रेनन जॉब्स, एरिन जॉब्स, इव जॉब्स
धर्म (Religion)ईसाई
सह-संस्थापक (Co-founder)एप्पल कंपनी
प्रसिद्धि का कारण (Reason of Fame)आविष्कारक, उद्यमी, एप्पल कंपनी के सह-संस्थापक तथा सीईओ, नेक्स्ट कंपनी के संस्थापक
मृत्यु (Death)5 अक्टूबर 2011, पलो अल्टो, केलिफोर्निया, अमेरिका
उम्र (Age)56 वर्ष
Steve Jobs Biography in Hindi

स्टीव जॉब्स का जन्म और प्रारंभिक जीवन ( Birth and Early Life of Steve Jobs)

स्टीव जॉब्स का जन्म 24 फरवरी 1955 को कैलिफोर्निया के सैन फ्रांसिस्को में एक अविवाहित माँ की कोख से हुआ था. उनकी माँ जोआन शिबल (Joanne Schieble)  और पिता अब्दुलफतह जंदाली (Abdulfattah Jandali) जॉब्स के जन्म के समय अविवाहित स्नातक छात्र थे. वे जॉब्स को पलने में असमर्थ थे और समाज में उस समय अविवाहित स्त्री द्वारा बच्चे को पैदा करने को अस्वीकार्य माना जाता था. जंदाली के सीरियाई मुस्लिम होने के नाते शिबल के पिता को उनका रिश्ता स्वीकार नहीं था. अतः दोनों ने जॉब्स को गोद देने का निर्णय लिया.

जॉब्स को शिबल और जंदाली एक पढ़े लिखे ग्रेजुएट जोड़े को गोद देना चाहते थे किन्तु अंत समय में उनके पीछे हटने के कारण जॉब्स को पॉल और क्लारा जॉब्स जो की माउंटेन व्यू, कैलिफ़ोर्निया में रहते थे उन्हें 1955 में गोद दे दिया गया. पॉल और क्लारा कॉलेज-शिक्षित नहीं थे, लेकिन उनके द्वारा जॉब्स को एक अच्छा घर और शिक्षा देने का वादा करने के कारण यह संभव हुआ.

जॉब्स के दत्तक पिता पॉल जॉब्स एक मशीनिस्ट और कारपेंटर थे, जबकि दत्तक माँ क्लारा जॉब्स एक अकाउंटेंट के रूप में काम करती थीं. जॉब्स माउंटेन व्यू, कैलिफ़ोर्निया में पले-बढ़े, जो उस समय सिलिकॉन वैली का केंद्र माना जाता था. एक बच्चे के रूप में, वह इलेक्ट्रॉनिक्स में रुचि रखते थे और गैजेट्स और मशीनों के साथ छेड़छाड़ करने में काफी समय बिताते थे. इसी वजह से इनकी इलेक्ट्रॉनिक्स में दिलचस्पी बढ़ने लगी. उन्होंने क्यूपर्टिनो जूनियर हाई स्कूल और होमस्टेड हाई स्कूल में पढ़ाई की, जहाँ उनकी मुलाकात अपने भावी बिजनेस पार्टनर, स्टीव वोज्नियाक से हुई.

बचपन में जॉब्स के विद्रोही स्वभाव के होने के कारण उनके माता पिता को उनके पालन पोषण में काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ता था. वे एक मसखरा होने के लिए जाने जाते थे और उनके साथ काम करना मुश्किल माना जाता था. इसके बावजूद वे एक अच्छे छात्र थे और साहित्य और दर्शन में उनकी रुचि थी. अपनी किशोरावस्था में, जॉब्स ने ड्रग्स का प्रयोग करना शुरू कर दिया और काउंटरकल्चर आंदोलनों में शामिल हो गए. उन्होंने आध्यात्मिक ज्ञान की खोज में भारत की यात्रा की और बाद में इस अनुभव को अपने व्यक्तिगत और व्यावसायिक जीवन पर एक प्रमुख प्रभाव के रूप में श्रेय दिया.

स्टीव जॉब्स की शिक्षा ( Education of Steve Jobs)

जॉब्स की शिक्षा कैलिफोर्निया के माउंटेन व्यू में मोंटा लोमा एलीमेंट्री स्कूल से शुरू हुई. जॉब्स अकसर कक्षा में ऊब जाते थे, उनका पढाई में मन नहीं लगता था. इसके बाद उन्होंने क्यूपर्टिनो, कैलिफोर्निया में क्यूपर्टिनो जूनियर हाई स्कूल और होमस्टेड हाई स्कूल में शिक्षा प्राप्त की. यहाँ वे इलेक्ट्रॉनिक्स और प्रौद्योगिकी में रुचि रखने लगे. होमस्टेड हाई स्कूल के प्रथम वर्ष में जॉब्स की मुलाकात स्टीव वोजनियाक से हुई और वे अच्छे मित्र बन गए. जिनके साथ आगे चलकर उन्होंने Apple की नींव रखी.

1972 में हाई स्कूल से स्नातक होने के बाद, जॉब्स ने ओरेगन के पोर्टलैंड में रीड कॉलेज में दाखिला ले लिया. उचित डायरेक्शन न मिलने के कारण जॉब्स ने पहले सेमेस्टर के बाद ही पढाई छोड़ दी. लेकिन उन्होंने अपने पसंदीदा विषयों के साथ सुलेख (calligraphy) की पढाई जारी रखी. कैलीग्राफी के कोर्स से उन्होंने फोंट्स को अच्छा बनाने के लिए बहुत सारी चीजें सिखी.  जिसका प्रभाव Apple के उत्पादों में टाइपोग्राफी के रूप में दिखता है.

स्टीव जॉब्स का करियर (Career of Steve Jobs)

प्रारंभ (Early Career- Steve Jobs Biography in Hindi) :

जॉब्स ने पढाई यह कहते हुए छोड़ दी की “ऐसी शिक्षा पर मैं अपने माता पिता के पैसे बर्बाद नहीं कर सकता जो मेरे किसी काम की नहीं” और अपने घर लोस एल्टोस आ गए. यहाँ पर इन्होंने अटारी नामक एक विडियो गेम की कंपनी में अपनी पहली जॉब एक टेक्नीशियन के रूप में की. इसमें भी जॉब्स का मन नहीं लगा और कुछ पैसे इकट्ठा करके अपने मित्र के साथ भारत में अध्यात्मिक यात्रा पर आ गए. उत्तर भारत की करीब 7 महीने की यात्रा के बाद वे वापस अपने घर लौटे और एक बार फिर अटारी से जुड़ गए. भारत की यात्रा ने जॉब्स का जीवन ही बदल दिया जिसका जिक्र उन्होंने कई बार किया.

Apple की स्थापना.

1976 में, जॉब्स और वोज़्नियाक ने अपने परिवार के गेराज में Apple Computer Inc. कंपनी की शुरुआत की. उन्होंने शुरुआत में Apple I कंप्यूटर बनाया, जो केवल एक सर्किट बोर्ड था जिसमें कोई कीबोर्ड या मॉनिटर नहीं था. यह कंप्यूटर पूर्ण रूप से वोज्नियाक द्वारा हाथ से निर्मित किया गया था. इसके निर्माण की लागत के लिए, जॉब्स ने अपनी वोक्सवैगन बस और वोज्नियाक ने अपना एचपी-65 कैलकुलेटर बेच दिया था. Apple I का निर्माण काफी सफलता रहा, जिससे प्रेरित हो कर दोनों युवा उद्यमी Apple II का विकास करने लगे, जो एक पूर्णतः एकीकृत पर्सनल कंप्यूटर था जिसमें कीबोर्ड, मॉनिटर और एक केस शामिल था।

कलर ग्राफिक्स और ध्वनि क्षमताएं Apple II के अभिनव डिजाइन की विशेषता थी. इसी खासियत ने Apple II को व्यावसायिक रूप से पहला सफल पर्सनल कंप्यूटर बना दिया. कंप्यूटर के प्रति उत्साही लोगों के बीच Apple II  की लोकप्रियता तेजी से बढ़ने लगी. 1980 में कंपनी सार्वजनिक हो गई और कंपनी का तेजी से विकास होने लगा. कंपनी ने 1984 में Macintosh की शुरुआत करते हुए इनोवेशन जारी रखा, जो ग्राफिकल यूजर इंटरफेस की सुविधा देने वाला पहला व्यावसायिक रूप से सफल पर्सनल कंप्यूटर था.

स्टीव जॉब्स का Apple से निकाला जाना:

हालाँकि Macintosh लोगों के बीच काफी सफल रहा लेकिन उस समय Apple को पर्सनल कंप्यूटर के क्षेत्र में अन्य निर्माताओं (IBM + माइक्रोसॉफ्ट) से कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा था. इस समस्या पर और Apple के भविष्य को लेकर जॉब्स का विज़न बोर्ड के अन्य सदस्यों के विपरीत था. इसी मतभेद के चलते जॉब्स ने 1985 को Apple से इस्तीफा दे दिया. जॉब्स के त्यागपत्र के प्रमुख कारण थे-

  1. जॉब्स नए उत्पादों और तकनीकों को विकसित करने के पक्षधर थे, जबकि बोर्ड एप्पल के मौजूदा व्यवसाय को बढ़ाने में अधिक रुचि दिखा रहा था.
  2. जॉब्स अपने मजबूत व्यक्तित्व और मांग वाली नेतृत्व शैली के लिए जाने जाते थे, जो कभी-कभी कंपनी के भीतर संघर्ष पैदा कर देता था।
  3. बोर्ड के कुछ सदस्यों ने महसूस किया कि जॉब्स Apple के लिए अपने दृष्टिकोण पर अन्यों के दृष्टिकोण को महत्व नहीं देते और अपनी ही चलाते थे.
  4. जॉब्स के इस्तीफे के समय, Apple के व्यावसायिक प्रदर्शन में गिरावट आ रही थी, और बोर्ड पर कंपनी को बदलने का दबाव था.

NeXT कंप्यूटर की स्थापना

1985 में खुद की कंपनी Apple से निकाले जाने के बाद स्टीव जॉब्स ने हार नहीं मानी. यह उनके जीवन का एक संघर्ष पूर्ण समय था. जैसे कहा जाता है ना घनघोर काली रात के बाद ही सवेरा होता है ठीक वैसा ही हुआ और जॉब्स ने Apple के कुछ कर्मचारियों के साथ मिलकर NeXT नामक एक नई कंप्यूटर कंपनी की स्थापना की, जो शिक्षा और व्यावसायिक बाजारों के लिए उच्च-स्तरीय वर्कस्टेशन का निर्माण किया करती थी. NeXT अपने अभिनव हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर के लिए जाना जाता था. इसके ऑपरेटिंग सिस्टम NeXTSTEP को डेवलपर्स द्वारा अत्यधिक पसंद किया जाता था. NeXT कंप्यूटर की स्थापना 12 अक्टूबर 1988 को हुई और इसका पहला वर्कस्टेशन 1990 में सामने आया.

Pixar मूवी (Steve Jobs Pixar movies)

1986 में जॉब्स ने 10 मिलियन यूएस डॉलर में एक ग्राफिक्स कंपनी खरीदी और इसका नाम पिक्सर एनीमेशन स्टूडियो रखा. यह मुख्य रूप से कंप्यूटर-एनिमेटेड फीचर फिल्मों के निर्माण करती है. 1991 में डिज्नी के साथ करार के बाद मिलकर काम करना सुरु किया और 1995 में एक फुल लेंथ फिल्म ट्रॉय स्टोरी (Troy Story) बनाई. इसके अलावा पिक्सर ने कई सफल फिल्मों का निर्माण किया, जिनमे फाइंडिंग निमो, द इनक्रेडिबल्स, रैटटौली, अप, इनसाइड आउट, कोको और कई अन्य फिल्में शामिल हैं। पिक्सर की फिल्में अपने उच्च गुणवत्ता वाले एनीमेशन, सम्मोहक कहानी और भावनात्मक गहराई के लिए जानी जाती हैं। वे अकसर दोस्ती, परिवार और व्यक्तिगत विकास जैसे विषयों पर आधारित होती है. पिक्सर से जॉब्स ने बहुत पैसे बनाये.

जॉब्स की Apple में वापसी (Steve Jobs back at apple 1997)

स्टीव जॉब्स के Apple छोड़ने के बाद भी Apple ने काफी काफी उतार चढ़ाव के साथ इनोवेशन जारी रखा प्रोडक्ट की क्वालिटी से समझौता नहीं किया लेकिन जॉब्स के जाने का प्रभाव इसपर पड़ा. एप्पल को प्रोडक्ट की बिक्री और मार्केट शेयर में काफी गिरावटो का सामना करना पड़ा. इसी बीच 1996 में Apple द्वारा स्टीव जॉब्स की कंपनी NeXT को 427 मिलियन डोलर में ख़रीदे जाने की घोषणा हुई और 1997 अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी होने के साथ ही 12 साल बाद स्टीव जॉब्स की एक तरह से घर वापसी हो गई. जॉब्स ने पुनः सीईओ के तौर पर Apple का कार्यभार संभाला और Apple के नए दौर की सुरुवात हुई.

वापसी के बाद जॉब्स ने सबसे पहले कंपनी का अपने हिसाब से पुनर्गठन और उत्पादन लाइन की संख्या व् लागत में कटौती की. अपने उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए ब्रांड कैम्पेन और माइक्रोसॉफ्ट के साथ साझेदारी महत्वपूर्ण निर्णय थे. जॉब्स के नेतृत्व में iMac के साथ-साथ Apple ने iPod, iPhone, iPad और iTune सहित कई नए उत्पादों को प्रस्तुत करते हुए इनोवेशन जारी रखा. इन उत्पादों ने प्रौद्योगिकी उद्योग को बदल दिया और Apple को दुनिया की सबसे मूल्यवान कंपनियों में से एक बनने में मदद की. 1997 में स्टीव जॉब्स की एप्पल में वापसी के बाद उनकी दूरदर्शिता, नेतृत्व और नवोन्मेषी भावना ने कंपनी को पुनर्जीवित करने और इसे आज के प्रौद्योगिकी महाशक्ति में बदलने में मदद की.

जॉब्स का व्यक्तिगत जीवन

जॉब्स अपने जीवन काल में कई लोगों के साथ रिलेशनशिप में रहे. जिनमें उनकी स्कूल गर्लफ्रेंड क्रिसन ब्रेनन, उनकी पत्नी लॉरेन पॉवेल जॉब्स और संगीतकार जोन बेज प्रमुख थी. क्रिसन ब्रेनन से जॉब्स को एक लड़की लिसा थी जिसके नाम पर उन्होंने एप्पल का लिसा कंप्यूटर भी लौंच किया था. जॉब्स और ब्रेनन के बीच बार-बार, ऑफ-ऑफ रिलेशनशिप था जो कई सालों तक चला. ब्रेकअप के बाद भी वे करीब रहे.

लॉरेन पॉवेल से जॉब्स पहली बार 1989 में मिले और 1991 में उन्होंने शादी कर ली. इनके तीन बच्चे थे रीड, एरिन और ईव. लॉरेन पॉवेल जॉब्स का स्टीव जॉब्स पर व्यक्तिगत और प्रोफेशनल दोनों तरह से महत्वपूर्ण प्रभाव था. उनकी शादी 2011 जॉब्स की मृत्यु तक चली. स्टीव जॉब्स और फोल्क सिंगर जोन बेज के बीच संक्षिप्त संबंध 1980 के सुरुवाती दशक में चला. उनका रोमांटिक रिश्ता खत्म होने के बाद भी वे दोस्त बने रहे.

जॉब्स की मृयु

जॉब्स को पहली बार 2003 अग्नाशय के कैंसर का पता लगा. उन्होंने ट्यूमर निकलने के लिए सर्जरी करवाई, सुरु में अच्छी तरह ठीक हो गया लेकिन 2009 पुनः तकलीफ बढ़ने के कारण उन्होंने मेडिकल अवकाश ले लिया. उनकी अनुपस्थिति में टीम कुक ने एप्पल का कार्यभार संभाला. तदुपरांत उनका स्वास्थ्य निरंतर बिगड़ता रहा और अगस्त 2011 में उन्होंने टीम कुक को एप्पल का उत्तराधिकारी नियुक्त कर सीईओ के पद से इस्तीफा दे दिया. 5 अक्टूबर 2011 को 56 वर्ष की आयु में स्टीव जॉब्स इस दुनिया को अलविदा कर चले गए और अपनी अमिट छाप दुनिया के लिए छोड़ गए.

स्टीव जॉब्स को प्राप्त अवार्ड्स

स्टीव जॉब्स को उनके जीवन में टेक्नोलॉजी, इनोवेशन और सांस्कृतिक योगदान के लिए कई पुरस्कारों और सम्मान प्राप्त हुए. कुछ निम्न दिए है

  1. नेशनल मेडल ऑफ़ टेक्नोलॉजी (1985): जॉब्स को 1985 में राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन के हाथो Apple के सह-संस्थापक स्टीव वोज्नियाक के साथ पर्सनल कंप्यूटर उद्योग में उनके योगदान के लिए नेशनल मेडल ऑफ़ टेक्नोलॉजी प्राप्त हुआ.
  2. जेफरसन पुरस्कार (1987): मैकिंटोश कंप्यूटर के विकास में उनके नेतृत्व के लिए जॉब्स को 1987 में सार्वजनिक सेवा के लिए जेफरसन पुरस्कार से सम्मानित किया गया.
  3. ग्रैमी ट्रस्टीज़ अवार्ड (2012): 2012 में, मृत्यु के बाद, जॉब्स को संगीत उद्योग में योगदान के लिए, विशेष रूप से आईट्यून्स और आईपॉड के विकास में उनकी भूमिका के लिए ग्रैमी ट्रस्टीज़ अवार्ड से सम्मानित किया गया.
  4. डिज्नी लेजेंड्स (2013): 2013 में, एनिमेशन उद्योग में उनके योगदान के लिए जॉब्स को मरणोपरांत डिज्नी लेजेंड्स पुरस्कार से सम्मानित किया गया.

इसके अलावा जॉब्स को मरणोपरांत कैलिफोर्निया हॉल ऑफ फ़ेम, सबसे प्रभावशाली लोगों की टाइम 100 सूची में शामिल होना, मानवता के लिए पेटेंट पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया.

जॉब्स के अनमोल वचन (Steve Jobs Quotes in Hindi)

स्टीव ने अपने जीवन में बहुत सारी चीजें सीखी और उन्हीं बातों को अपने विचारों के माध्यम से साझा किया. स्टीव जॉब्स के अनमोल विचार-

आपका समय सीमित है, इसे किसी और का जीवन जीने में बर्बाद न करें.

“मैं जल्द ही मर जाऊंगा” याद रखना, मुझे जीवन में बड़े फैसलों लेने में मदद करने का सबसे महत्वपूर्ण उपकरण है.

जिंदगी में आपके सबसे खेदजनक काम वे होते हैं जिन्हें आपने नहीं किया है।”

सफल उद्यमियों और असफल उद्यमियों के बीच विफलता का लगभग आधा हिस्सा सिर्फ सहजता होती है.

इनोवेशन एक नेता (Leader) और अनुयायी (Follower) के बीच अंतर करता है.

स्टे हंग्री स्टे फ़ूलिश.

स्टीव जॉब्स से जुड़े रोचक तथ्य (Interesting Facts about Steve Jobs)

  1. अपने शुरुआती वर्षों में, स्टीव जॉब्स ने एलएसडी के साथ प्रयोग किया और रचनात्मक रूप से सोचने का श्रेय दवा को दिया.
  2. तकनीक में जॉब्स की रुचि तब जागी जब किशोरावस्था में उन्हें हेवलेट-पैकर्ड में ग्रीष्मकालीन कर्मचारी के रूप में नियुक्त किया गया था.
  3. 1976 में, जॉब्स और वोज्नियाक ने कैलिफोर्निया के लॉस अल्टोस में एक गैरेज में पहला एप्पल कंप्यूटर बनाया.
  4. जॉब्स एक शाकाहारी थे और ज़ेन बौद्ध धर्म का अभ्यास करते थे, जिसने उनके व्यक्तिगत और व्यावसायिक दर्शन को प्रभावित किया.
  5. जॉब्स बॉब डायलन के बहुत बड़े प्रशंसक थे और अकसर अपने भाषणों और प्रस्तुतियों में उनके गीतों को उद्धृत करते थे.
  6. स्टीव जॉब्स के बारे में दिलचस्प तो यह है कि वे बिना नंबर प्लेट की गाड़ी चलाते थे.
  7. स्टीव जॉब्स के पास कॉलेज डिग्री नहीं थी.

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